Software (सॉफ्टवेयर)
सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग भाषा में लिखे गए निर्देशों (Instructions) अथवा प्रोग्रामों का समूह होता है | जो हमारे कंप्यूटर सिस्टम में प्रयोग होने वाले हार्डवेयर की कार्य क्षमता को बढ़ाता है तथा सभी हार्डवेयर के बीच समन्वय स्थापित करने का कार्य करता है| सॉफ्टवेयर का मुख्य उद्देश्य डाटा को इंफॉर्मेशन में परिवर्तित करना है |
Types of Software (सॉफ्टवेयर के प्रकार)
- System Software (सिस्टम सॉफ्टवेयर)
- Application Software (एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर)
1.3.2.1 Application Software
एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर (Application software) ऐसे प्रोग्रामों को कहा जाता है, जो हमारे कंप्यूटर पर आधारित विभिन्न प्रकार के कार्यों को करने के लिए लिखे जाते हैं । आवश्यकतानुसार भिन्न-भिन्न उपयोगों के लिए भिन्न-भिन्न सॉफ्टवेयर होते हैं| Software को यूजर की जरूरत को ध्यान में रखकर तैयार किया जाता है |
उदाहरण :-
- Microsoft Office
- Photoshop
- Internet Browser
- Tally
- Page Maker etc.
1.3.2.2 Systems Software
सिस्टम सॉफ्टवेयर वह सॉफ्टवेयर है जो हमारे कंप्यूटर को नियंत्रित करता है, उसके विभिन्न भागों की देखरेख करता है, तथा कंप्यूटर में लगे सभी हार्डवेयर की क्षमताओं का अच्छे से उपयोग करने के लिए बनाया जाता है | सिस्टम सॉफ्टवेयर यूजर को कंप्यूटर प्रयोग करने की सुविधा भी प्रदान करता है|
कार्य के आधार पर सिस्टम सॉफ्टवेयर को दो भागों में बांटा गया है :- सिस्टम मैनेजमेंट प्रोग्राम और डेवलपिंग प्रोग्राम
1. System management Program (सिस्टम मैनेजमेंट प्रोग्राम)
- सिस्टम मैनेजमेंट प्रोग्राम वह प्रोग्राम हैं जो सिस्टम का मैनेजमेंट करते हैं | इन प्रोग्राम्स का मुख्य कार्य कंप्यूटर सिस्टम में लगे हुए सभी हार्डवेयर जैसे इनपुट, आउटपुट, प्रोसेसर और मेमोरी आदि विभिन्न भागों का उचित मैनेजमेंट करते हैं और इनके बीच समन्वय स्थापित करते हैं |
- उदाहरण
- Operating System
- Utility Software (Disk Compression , Disk Fragmenter , Backup Utilities , Anti-virus)
- Device Driver
2. Developing (डेवलपिंग प्रोग्राम)
- एक विशेष प्रकार के सॉफ्टवेयर होते हैं जिनका उपयोग करके अन्य सभी प्रकार के सॉफ्टवेयर का निर्माण किया जाता है|
- उदाहरण :- Language Translator
- Compiler
- Interpreter
- Assembler
1.3.2.3 Utility Software
- यूटिलिटी सॉफ्टवेयर एक प्रकार का सिस्टम सॉफ्टवेयर है जिसे कंप्यूटर के विश्लेषण(analyse), कॉन्फ़िगर और मेन्टेन रखने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है।
- यूटिलिटी सॉफ्टवेयर को एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर के साथ भ्रमित नहीं किया जाना चाहिए, जो उपयोगकर्ताओं को पाठ दस्तावेज़ बनाने, गेम खेलने, संगीत सुनने या वेब सर्फ करने जैसी चीजों को करने की अनुमति देता है।
- उपयोगिता सॉफ्टवेयर के उदाहरणों में शामिल हैं
- वायरस स्कैनर – कंप्यूटर सिस्टम को ट्रोजन और वायरस से बचाने के लिए
- डिस्क डीफ़्रेग्मेंटर – हार्ड डिस्क को गति देने के लिए
- सिस्टम मॉनिटर – वर्तमान सिस्टम संसाधनों को देखने के लिए
- फ़ाइल प्रबंधक – फ़ाइलों और फ़ोल्डरों को जोड़ने, हटाने, नाम बदलने और स्थानांतरित करने के लिए
Sar mein triple c ke form bhara raha hun isiliye mujhe aap study karvi a aur mujhe succuss hona hai